OCD – विचारों का चक्रव्यूह

OCD - विचारों का चक्रव्यूह

Share This Post

विचार , विचार, विचार, विचार

विचार हम सबके दिमाग में आते हैं ,और आकर चले जाते हैं I पर अगर हमारे दिमाग में कोई विचार आए और आकर अटक जाए I हम उस विचार को सुलझाने की कोशिश करते हैं, और जितना ही कोशिश करते हैं उसको सुलझाने की उतना ही उसमें उलझते चले जाते हैं I जी हां कुछ ऐसा ही होता है OCD का मायाजाल I ओसीडी क्या है? यह विचारों का चक्रव्यूह है जिसमें हम विचारों को ही सच मान बैठते हैं , और हर समय एक अंजाना सा डर हमको घेरे रहता है I फिर कोई लाख मना करें , लाख समझाए पर हम उस विचार से पीछा नहीं छुड़ा पाते I जितना ज्यादा Decide करते हैं उसके बारे में नहीं सोचेंगे, उतना ही उस में उलझ जाते हैं I और इन्हीं विचारों से शुरू होती है OCD की दुनिया जिसमें हमें बस हमारे विचार ही सच लगते हैं, और हम अपनी एक अलग ही दुनिया बसा लेते हैं I जिसमें सिर्फ हम सही होते हैं बाकी गलत और कभी-कभी दूसरों की तरफ देखने की कोशिश भी करो तो हमारा मन बाल की खाल निकाल देता है I मतलब ऐसा reason देता है कि हमारी बोलती बंद कर देता है I और फिर शुरू होता है मायाजाल जिसमें हम फसते ही चले जाते हैंI

हर समय डर डर के जीते हैं I 24 घंटे tension, anxiety, panic attacks की कुछ बुरा हो जाएगा हमारे साथ ,या औरों के साथ और यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम कैसे भी करके बचा कर रखें खुद को, और बाकियों को, नहीं तो जो भी अनर्थ होगा उसकी पूरी जिम्मेदारी हमारी होगी I यह विचार हमें इतना भयभीत कर देता है,कि हम मजबूर हो जाते हैं safety seeking behaviour अपनाने के लिए I 24 घंटे हम इसी चिंता में रहते हैं I कुछ बुरा हो जाएगा , यह लाइन एक मंत्र की तरह रट जाती है, और हमारे विचार इस मंत्र के इर्द-गिर्द ही घूमते रहते हैं I

इन विचारों से पीछा कैसे छुड़ाए :-

1. सबसे पहला काम आपको यह करना है , कि अपने विचारों को सिर्फ देखिए I कोई बुरा विचार नहीं, कोई अच्छा विचार नहीं सिर्फ एक विचार I विचार की तरह विचारों को देखिए I

2. कोई भी Safety seeking behaviour जब आपको करने का मन करे तो अपने आप से कहिए मैं इसे 1 मिनट के बाद करूंगा I हर बार यही बोलिये और फिर धीरे-धीरे टाइम पीरियड बढ़ाइए 5 मिनट, 10 मिनट etc…

3. अपना ध्यान divert कीजिए जब भी कोई विचार आये तो उसको अहमियत ना देकर किसी से फोन पर बात करना शुरू कर दें, या फिर टीवी देखना शुरू कर दे, कोई book पढ़ ले I अपने दिमाग को उस विचार से हटाने की कोशिश कीजिए आप उस विचार को जितना value देंगे उतना ही आप उसमें उलझ जाएंगे l

4. अपने आप को और अपने विचारों को अलग-अलग देखें I आप जो सोच रहे हैं वह आप नहीं है वह आपका OCD का विचार है I और यह जरूरी नहीं कि आपको इस विचार पर action लेना ही है l यह सिर्फ एक विचार है , और विचार तो आते जाते रहते हैं I

तो यह थी कुछ टिप्स जो आपको आपकी OCD को कम करने में मदद करेगी I आप अगर इस बारे में ज्यादा जानना चाहते हैं तो आप Online और offline counselling ले सकते हैं Psycho Guru Team से I हम आपकी मदद के लिए हर समय तैयार हैं I आप हमें दिए गए नंबर पर संपर्क कर सकते हैं और हमें मेल भी कर सकते हैंI

Telephone no: +91 94858 70000, +91 80537 70007, +91 74948 69711

E -mail id – [email protected]

Contact Our PsychoGuru Team

Get Free Consultation from our experts

More To Explore

समलैंगिक ओसीडी(Part-II)

समलैंगिक होने और HOCD होने में अंतर समलैंगिक होने और HOCD होने में अंतर है। आपको संकेत मिल सकता है कि आप समलैंगिक हैं। लेकिन उस विचार के ठीक बाद

समलैंगिक ओसीडी(Part-I)

क्या आपको डर है कि आप समलैंगिक हो सकते हैं? क्या आपको डर है कि आप एक ही लिंग के व्यक्ति के प्रति आकर्षित हो सकते हैं? क्या आपको डर

Scroll to Top
Scroll to Top