क्या भगवान सच में सजा देते हैं ?

क्या भगवान सच में सजा देते हैं ?

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धार्मिक OCD मे कभी-कभी एक ऐसा वहम मन में जन्म ले लेता है, कि भगवान सजा देते हैं l भगवान के प्रति मन में गलत विचार आना शुरू हो जाते हैं l और बाद में हम सोचते हैं कि हमने कितना गलत सोचा भगवान के बारे में l हमें पछतावा होने लगता है और साथ ही साथ डर भी लगता है कि भगवान अब सजा देंगे, क्योंकि किसी भी अच्छे और सच्चे इंसान को ऐसे गंदे विचार नहीं आते, मुझे ऐसे विचार आते हैं इसका मतलब मैं गंदा इंसान हूं , और मुझे इसकी सजा जरूर मिलेगी ,क्योंकि यह सोचना भी पाप है ,और मैंने यह सोचकर पाप किया है l

यह सोच आते ही मन घबरा जाता है, और उसी घबराहट से मुक्ति पाने के लिए हम compulsions करते हैं l हम पवित्र स्थानो पर जाना ही बंद कर देते हैं ,सोचते हैं ना रहेगा बांस ना बजेगी बांसुरी । भगवान दिखते ही गलत विचार आते हैं,तो उनके सामने ही नहीं जाएंगे।

यही गलती हमें भगवान (हमारे असली माता पिता) से दूर कर देती है ,जिस परमात्मा की वजह से यह सृष्टि चल रही है ,हम उसी से डरना शुरू कर देते हैं ।

जरा सोचिये कोई माता पिता क्या कभी अपने बच्चों को सजा देते हैं ?

याद कीजिए जब भी आपको जिंदगी में कोई तकलीफ आती है , कोई परेशानी आती है ,तो सबसे पहले हमें हमारे माता-पिता की याद आती है क्योंकि हमें पूरा भरोसा होता है कि हमारे माता-पिता हमें इस परेशानी से जरूर बाहर निकाल लेंगे ।

अगर यह बात सच है कि बच्चों की बड़ी से बड़ी समस्या का हल माता-पिता के पास होता है तो फिर ‘भगवान’ जो हम सब के पालनहार है , हमारे असली माता माता-पिता हैं , हमको सजा कैसे दे सकते हैं । वह तो दया के सागर है। प्रेम के सागर है ।उनके लिए सब एक समान है ,उनकी नजरों में अच्छा बुरा ,आस्तिक नास्तिक सब एक ही समान है l वह भेदभाव नहीं करते। वह तो सिर्फ और सिर्फ हम से प्रेम करते हैं ।

यह जो विचार आपके मन में आता है वह ocd का विचार जो कि एक शैतान की तरह है है जो आपको डरा कर भगवान से दूर करना चाहता है ,डरना नहीं है ,बल्कि उन विचारों को झूठा साबित करना है और उस शैतान को को दिखाना है ,कि हमारा भरोसा हमारे भगवान पर अटूट है चाहे तू कहे या कोई और हमारा यह भरोसा कोई नहीं तोड़ सकता । भगवान ( माता पिता ) और भक्त (संतान )के बीच दीवार खड़ी नहीं कर सकता ।

वह जितना भी आपको डरा कर भ्रमित करने की कोशिश करें ,आपको भ्रमित नहीं होना है। वह ocd का विचार आपको पवित्र स्थानों पर जाने से रोकेगा,पर आप को रुकना नहीं है, जाना है उन जगहों पर। जब आप ऐसा करेंगे तो उस शैतान को पता चल जाएगा कि आप की भक्ति और विश्वास अटूट है । वह आप दोनों के बीच में कोई भी गलतफहमी पैदा नहीं कर सकता, तो वह ocd का विचार चुपचाप दबे पांव आपकी जिंदगी से निकल जाने में ही अपनी भलाई समझेगा l

तो अगर आप भी ऐसी ही किसी समस्या से जूझ रहे हैं तो आप भी हमें call कर सकते हैं और हम से बात कर सकते हैं । We are available 24×7.

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