चिंता विकृतियां

Share This Post

चिंता से तात्पर्य डर और आशंका की दुखद भावों से होता है इस तरह से चिंता से कई तरह के मानसिक विकृतियों की उत्पत्ति होती है चिंता हर व्यक्ति को होती है परंतु उस चिंता को लेकर जब हमारे मन में पूरी तरह से नकारात्मक विचार आते रहते हैं और हम हमारी दैनिक दिनचर्या को ठीक से जी नहीं सकते तो उसे हम राइटिंग डिसऑर्डर कहते हैं

टाइप्स ऑफ़ डिसऑर्डर

  1. फोबिया
  2. पैनिक डिसऑर्डर
  3. ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर
  4. पोस्ट्ट्रोमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर

तो आज हम फोबिया के बारे में जानेंगे फोबिया यह एक बहुत ही सामान्य चिंता है जिसमें व्यक्ति किसी ऐसी विशिष्ट वस्तु या परिस्थिति से डरता है जो वास्तव में होता ही नहीं है फोबिया में हमारे मन में बार-बार लगातार डर के विचार आते हैं जिस कारण हमें घबराहट या बेचैनी होती रहती है परंतु वास्तव में वह सिर्फ विचार होता है हकीकत में डर वाली कोई बात नहीं होती जैसे कुछ लोगों को मकड़ी से डर लगता है तो वह मकड़ी को देख कर भाग जाते हैं जबकि वास्तव में डरने वाली कोई बात नहीं होती हम तभी फोबिया को मानते हैं जब किसी व्यक्ति को लगातार डर वाले विचार आते हैं और उन विचारों के कारण व्यक्ति ठीक प्रकार से व्यवहार नहीं कर सकता और उसको सामान्य जीवन जीने में परेशानी होती है

फोबिया के लक्षण

  1. किसी विशिष्ट परस्थिति या वस्तु से इतना अधिक डर जो वास्तव में खतरे के अनुपात से कहीं अधिक होता है
  2. व्यक्ति को जब उस विशिष्ट वस्तु या परिस्थिति का सामना होने पर अत्यधिक चिंता या पैनिक अटैक हो जाना
  3. व्यक्ति और रोगी समझता है कि डर अत्यधिक या वास्तविक है
    व्यक्तियों से फोबिया के प्रकार 1.स्पेसिफिक फोबिया
  4. अगोराफोबिया
  5. सोशल फोबिया

    अधिक जानकारी के लिए संपर्क करें:
    9468307000
    8053770007

Contact Our PsychoGuru Team

Get Free Consultation from our experts

More To Explore

समलैंगिक ओसीडी(Part-II)

समलैंगिक होने और HOCD होने में अंतर समलैंगिक होने और HOCD होने में अंतर है। आपको संकेत मिल सकता है कि आप समलैंगिक हैं। लेकिन उस विचार के ठीक बाद

समलैंगिक ओसीडी(Part-I)

क्या आपको डर है कि आप समलैंगिक हो सकते हैं? क्या आपको डर है कि आप एक ही लिंग के व्यक्ति के प्रति आकर्षित हो सकते हैं? क्या आपको डर

Scroll to Top